
आप चतुर होते हुए भी बेढंगे हो सकते हैं | निर्धन होते हुए भी कलात्मक या विशेष हो सकते हैं | कैलेंडर के एक पन्ने को फाड़ देने से आप अच्छे या बुरे नहीं हो जाएंगे | सुबह से लेकर शाम तक का नजरिया ही आपको बनाता या बिगाड़ता है |
आप चतुर होते हुए भी बेढंगे हो सकते हैं | निर्धन होते हुए भी कलात्मक या विशेष हो सकते हैं | कैलेंडर के एक पन्ने को फाड़ देने से आप अच्छे या बुरे नहीं हो जाएंगे | सुबह से लेकर शाम तक का नजरिया ही आपको बनाता या बिगाड़ता है |
अवसर हर क्षण हमारे चारों ओर उपस्थित रहता है जो निरंतर प्रयत्न से प्राप्त हो सकता है |
आपको अपने भीतर से ही विकास करना होता है। कोई आपको सीखा नहीं सकता, कोई आपको आध्यात्मिक नहीं बना सकता। […]