
क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के सामान है , इसमें आप ही जलते है |
क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के सामान है , इसमें आप ही जलते है |
यदि आप को सोचने की लत है, तो ऊँची बात सोचिए, यत्न करना चाहते हैं , तो ऊपर उठने के […]
अपने लक्ष्या को वे लोग ही भेध पाते है, जो समय – समय पर अपनी गलती का खुद अवलोकन करते […]